THE BASIC PRINCIPLES OF BHOOT KI KAHANI

The Basic Principles Of bhoot ki kahani

The Basic Principles Of bhoot ki kahani

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Bhoot ki kahani

बाइक रुकने के साथ वो मेर नजदीक आई और कहने लगी …. क्या आप मुझे थोड़ी दूर छोड़ दोगे ……? ऐसा कहकर उसने मुझसे लिफ्ट मांगी इसपर पहले तो मैं मना कर दिया लेकिन बाद मैं मैंने सोंचा एक अकेली औरत इतनी रात को अकेले बीएस का इंतज़ार कर रही है और दूर दूर तक किसी बस ,ऑटो या किसी दूसरी सवारी गाडी आने की की संभावना भी नहीं है , तो मैंने अपने मन मैं सोंचा की मुझे एक औरत की मदद करनी चाहिए ।

par mujhe bloody merry mere sape me aker mili thi… vo mera khun mang rahi thi… or me kuch bhi nhi bol pa rha tha.. usne mere hath ki nas kat di or mera khoon pi liya or usne mujhe apne jaisa bna diya, fir me uske sath gayb hoker jangal uske ghar aa gya usne mujhe ksis bachhe ka khul diya or pine k liye kha… vo bachha mujhe jana pehchana lag rha tha.

कि हमारा खुद का बड़ा घर हो।जब हम लोग घर में रहने गए। तो हमे एक बेचैनी सी महसूस हो रही थी । और हम रात को देर से सोते थे । क्योंकि हमें डरावनी पिक्चर बहुत पसंद थी। और हम देर रात तक टीवी देखते रहते थे।

यह भूत की कहानी भी पढ़े: भूत प्रेत और आत्मा की कहानी

एक दिन वह लड़की वहां पर नहीं दिखाई दी।तो मैं सोच में पड़ गया। ऐसा क्या हुआ जो वह लड़की आज नहीं आई । फिर मैं अपने घर की तरफ निकल पड़ा। एक हफ्ते बाद मेरे घर पर एक चिट्ठी आई और मुझे पता चल गया था कि यह चिट्ठी उसकी ही है। उसमें उसका नाम प्रीति लिखा हुआ था।और उसमें से एक फोटो निकली थी। जो कि उसी लड़की की थी। मैं चौक गया की उसे मेरा पता कैसे चला।

एक लड़की थी जिसका नाम था मीरा। मीरा को पड़ना बहुत पसंद था और उसके अंदर हर चीज को जानने की इच्छा थी । क्युकी वह बहुत समजदार थी इसलिए उसके १२ कक्षा में बहुत अच्छे मक्स आए जिस वजह से उसका दाकिला ...

Bijay ..mujhe nh lagta ghost hai bol k sb pehele se Hello dar chuke hi so hum b darjate ..agar rat ko ap ko ek jaga me chhoddiaa jae to ap bna dare so jaoge ..par ap ko pata hai ki o samsan ghat hai so ap jite g mar jaoge ….

गुफा की गहराई में जाने पर, उन्होंने दीवारों पर अजीबोगरीब चित्र देखे, जो डरावने और रहस्यमय थे। उन्हें किसी की उपस्थिति महसूस हो रही थी।

ये किस्सा रीवा जिले का हैं। हम जनता कॉलोनी में रहा करते थे। यही पर हमारी एक बिलडिग थी, इस बिल्डिंग को पामेल बिल्डिंग के […]

उसने वह शॉल उठाया और सुबह घर लौट गया। वह इस हादसे को एक बुरे सपने की तरह भूल गया था। इतनी सुनसान जगह और इतनी गहरी रात। बुरा सपना ही होगा। रमेश तो इस वीराने में अपना मानसिक संतुलन खो दे। उसने सोचा कि उसे नींद आ रही थी और उसने नींद में सपना देखा। अगली रात वह फिर से ड्यूटी दे रहा था।

Greatest horror Tale in hindi for youths: गौरब हिमालय के पास के छोटे से गांव में रहता था। उसके गांव के आसपास घने जंगल थे और एक छोटी सि नदी भी पास थी। रात को जंगलों में घूमने वाली आत्माओं और भूतों की कहानियों को सुनते-सुनते गौरब बड़ा हुआ था।

उसने मुझे बताया की मैं यहाँ एक ऑफिस मैं काम करती हूँ और मैं पहाड़ के पीछे एक छोटी सी बस्ती हैं वहां रहती हूँ ।

और बोला कि यहां पर जो आवाज आप लोगो ने सुनी थी। वह भूल जाना वरना आप लोग पूरी जिंदगी रोते रहोगे। इतने में ड्राइवर भी आ गया और हम लोग दौड़कर बस में बैठ गए ।

रमेश छलावे का नाम सुनकर बुरी तरह से कांप उठा। वह जल्दी से स्टेशन से भागने लगा। प्रसाद ने उसे समझाया कि ऐसे भागने से कोई फायदा नहीं है। बस इन सबका एक ही इलाज है कि जब भी तुम्हारा ध्यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश करें तो तुम्हें इन पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देना है और छलावे से बातें तो बिल्कुल भी नहीं अपनी आंखें मली। उसे फिर भी वह आदमी धुंधला ही दिखाई दे रहा था।

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